In Hindi:
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीद रंजीत सिंह
के गाँव रेव पहुँचकर
शहीद के चित्र पर श्रृद्धा-सुमन अर्पित किए
शहीद के परिवार को
एक करोड़ रूपए की सम्मान निधि, परिवार के एक सदस्य को नौकरी, शहीद की प्रतिमा के
साथ ही एक फ्लैट देने की घोषणा
ग्वालियर 09 जुलाई 2018/ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान देश की सीमा की
रक्षा करते हुए शहीद हुए वीर सपूत श्री रंजीत सिंह तोमर को श्रृद्धांजलि देने
दतिया जिले के रेव गाँव पहुँचे। श्री चौहान ने शहीद के चित्र पर श्रृद्धा-सुमन
अर्पित किए और परिजनों से भेंट कर सांत्वना प्रदान की। साथ ही शहीद रंजीत सिंह के
परिवार को सम्मान निधि के रूप में एक करोड़ रूपए की राशि देने की घोषणा की। इस मौके
पर प्रदेश के जलसंसाधन एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, राज्य सभा सांसद श्री
प्रभात झा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश सिंह, विधायक भाण्डेर श्री घनश्याम
पिरौनिया, संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा, आईजी चंबल श्री संतोष सिंह, कलेक्टर दतिया
श्री वीरेन्द्र सिंह रावत, प्रभारी पुलिस अधीक्षक श्री एम एल छारी सहित
जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह
चौहान सोमवार को दतिया जिले के रेव गाँव पहुँचे और उन्होंने शहीद रंजीत सिंह तोमर
के चित्र पर श्रृद्धा-सुमन अर्पित करते हुए कहा कि रंजीत भारत माँ के सच्चे सपूत
थे। उन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर देश को गौरवान्वित किया है। मुख्यमंत्री
ने कहा कि रंजीत की शहादत को सदैव याद किया जाता रहेगा। मध्यप्रदेश की सरकार शहीद
के परिवार के साथ सदैव खड़ी रहेगी। मुख्यमंत्री ने शहीद रंजीत के परिवार को एक करोड़
रूपए की सम्मान राशि देने के साथ ही परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा में नौकरी,
दतिया शहर में एक फ्लैट, शासकीय संस्थान का नाम शहीद रंजीत सिंह के नाम करने की
घोषणा के साथ ही शहीद की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने
शहीद के माता-पिता से की चर्चा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह
चौहान ने रेव गाँव पहुँचकर शहीद के चित्र पर माल्यर्पण करने के पश्चात शहीद के
पिता श्री प्रताप सिंह तोमर एवं माता श्रीमती द्रोपती से बैठकर चर्चा की। मुख्यमंत्री
श्री चौहान ने कहा कि रंजीत को वापस तो नहीं लाया जा सकता। लेकिन मध्यप्रदेश की
पूरी सरकार आपके साथ है। आपका परिवार हमारा परिवार है और अपने परिवार की देखरेख
करना हमारी जवाबदारी भी है।
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