Sunday, August 19, 2018

Chief Election Commissioner of India Om Prakash Rawat visits Gwalior






















निष्पक्ष चुनाव के लिये निर्वाचन आयोग पर असीमित शक्तियां – श्री ओ पी रावत
“चुनाव आयोग की सीमाएं और मतदाताओं की अपेक्षाएं” विषय पर आयोजित हुए
कार्यक्रम में शामिल हुए भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त

ग्वालियर 05 अगस्त 2018/ भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री ओ पी रावत ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिये निर्वाचन आयोग की शक्तियां असीमित हैं। निर्वाचन आयोग हर उस परिस्थिति से निपटने में सक्षम होता है, जिसके लिये कोई कानून नहीं बना है। उन्होंने कहा लोकतंत्र में मतदाता सर्वशक्ति सम्पन्न होते हैं। वे ही अपना प्रतिनिधि चुनते हैं और प्रतिनिधियों से काम करने के लिये कहते हैं। श्री रावत रविवार को ग्वालियर में “चुनाव आयोग की सीमाएं और मतदाताओं की अपेक्षाएं” विषय पर आयोजित हुए “सुनो और पूछो” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने नागरिकों से अपने मताधिकार का उपयोग कर प्रजातंत्र को मजबूत करने का आहवान किया।
      यहाँ राष्ट्रीय लक्ष्मीबाई शारीरिक शिक्षा संस्थान के टैगोर सभागार में डॉ. एम पी तिवारी विचार न्यास द्वारा आयोजित इस मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य चुनाव आयुक्त श्री रावत ने देश के भावी मतदाताओं और नागरिकों के प्रश्नों का बड़ी बेबाकी से जवाब दिया। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री बी एल कांताराव, एलएनआईपीई के कुलपति प्रो. दिलीप कुमार दुरेहा एवं कार्यक्रम के आयोजक डॉ. राधा वल्लभ शर्मा मंचासीन थे। इस अवसर पर महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर, संभागीय आयुक्त श्री बी एम शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक श्री अंशुमान यादव, पुलिस उप महानिरीक्षक श्री मनोहर वर्मा, कलेक्टर श्री अशोक कुमार वर्मा और पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन भी मौजूद थे। इस आयोजन में भावी मतदाता, समाजसेवी, गणमान्य नागरिक एवं बुद्धिजीवियों ने हिस्सा लिया।
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      मुख्य चुनाव आयुक्त श्री रावत ने गरिमामयी मतदाता जागरूकता समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने भी कहा है कि निर्वाचन आयोग कानून बनने का इंतजार करने के बजाय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय ले, वही निर्णय कानून माना जायेगा। उन्होंने कहा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से चुनाव सम्पन्न कराने के लिये निर्वाचन आयोग ने सोशल मीडिया के दुरूपयोग को रोकने के लिये कारगर कदम उठाए हैं। चुनाव आयोग का स्पष्ट नजरिया है कि मतदाता बेखौफ होकर उसे चुनें जो उनकी पसंद का हो और अच्छा काम करता हो। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि सोशल नेटवर्किंग से जुड़े प्रबंधकों को भी कड़े निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसा मटेरियल न रखें जो मतदाताओं को भ्रमित करता हो। उन्होंने कहा कि चुनाव में धन-बल का इस्तेमाल रोकने के लिये भी निर्वाचन आयोग ने सख्त कदम उठाए हैं।
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श्री रावत ने कहा गर्व की बात है कि भारत की चुनाव प्रणाली दुनिया की सर्वश्रेष्ठ चुनाव प्रणालियों में से एक है। निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रणाली को और पारदर्शी बनाने के लिये वीवीपैट (वोटर वैरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) का उपयोग सुनिश्चित किया है। ईवीएम एवं वीवीपैट के बारे में जनता को अभिप्रेरित करने के लिये गाँव-गाँव में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। श्री रावत ने कहा उन्होंने स्वयं कल ग्वालियर जिले के अडूपुरा गाँव पहुँचकर जन जागरूकता कार्यक्रम का जायजा लिया। ग्रामीण मतदाताओं ने ईवीएम से वीवीपैट को जोड़ने की खुलकर तारीफ की। ग्रामीणों का कहना था कि अब हम सत्यापन कर सकते हैं कि मेरा वोट उसी उम्मीदवार को पहुँचा है कि नहीं, जिसके नाम के सामने का बटन हमने ईवीएम में दबाया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में पहली बार वीवीपैट का उपयोग होने जा रहा है।
मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री बी एल कांताराव ने कहा कि निर्वाचन आयोग को ही चुनावों के अधीक्षण, नियंत्रण एवं निर्देशन के संवैधानिक अधिकार हैं। उन्होंने बताया कि आयोग के निर्देश पर मध्यप्रदेश में दिव्यांग मतदाताओं को चिन्हित किया गया है। प्रदेश में एक करोड़ घरों में जाकर साढ़े 4 लाख दिव्यांग मतदाता चिन्हित किए गए हैं। साथ ही एक जनवरी 2018 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे युवाओं के नाम अभियान बतौर मतदाता सूची में जोड़े गए हैं। अकेले ग्वालियर जिले में ही पिछले 6 माह के दौरान मतदाता सूची में 30 हजार नए नाम जुडे हैं, जिनमें 28 हजार मतदाता 18 वर्ष की आयु के हैं अर्थात वे पहली बार मतदाता बने हैं।
एलएनआईपीई के कुलपति प्रो. दिलीप कुमार दुरेहा ने कहा कि सभी मतदाता, राजनैतिक दल एवं उनके कार्यकर्ता खेल भावना के साथ चुनाव प्रक्रिया में भाग लें। जिससे लोकतंत्र मजबूत हो और देश की तेजी से तरक्की हो। कार्यक्रम आयोजन से जुड़े श्री राधा वल्लभ शर्मा ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर दिया।
आरंभ में मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री रावत सहित अन्य अतिथियों ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के सूत्रधार श्री अजय तिवारी ने स्वागत उदबोधन दिया।
सभी की शंकाओं का किया समाधान
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      मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ओ पी रावत ने कार्यक्रम में नागरिकों एवं युवा मतदाताओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देकर सभी की शंकाओं का समाधान किया। उन्होंने ईवीएम की विश्वसनीयता पर किए गए एक सवाल के जवाब में कहा कि महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्यों में हाईकोर्ट ने ईवीएम की फोरेंसिक जाँच कराई है। जाँच में सभी शिकायतें गलत साबित हुई हैं। इसी तरह मतदाता सूची से नाम काट देने की शिकायत भी असत्य पाई गई हैं। केवल उन मतदाताओं के नाम एक जगह से हटाए गए हैं, जिनके मतदाता सूचियों में दो जगह नाम थे। कुछ जगहों पर अल्पसंख्यकों के वोट काटने संबंधी शिकायत की जाँच घर-घर जाकर कराई गई तब पता चला कि इन परिवारों के मतदाताओं के नाम दो – दो जगह थे। जाहिर है एक जगह के नाम हटाए गए। फेरी वाले एवं मेहनत करने वाले मतदाताओं द्वारा लम्बी कतार की वजह से मतदान के लिये न जाने संबंधी सवाल पर श्री रावत ने कहा कि आंध्रप्रदेश में एक ऐसे मोबाइल एप का इस्तेमाल हुआ है जिससे पता चल जाता है कि मतदान केन्द्र पर कितनी लम्बी लाईन है। आयोग ने ऐसे नवाचारों का प्रयोग करने के लिये सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों से कहा है। एनआरआई एवं देश के बाहर विभिन्न दूतावासों में काम करने वाले मतदाताओं व सर्विस वोटर का मताधिकार सुनिश्चित कराने के लिये आयोग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की उन्होंने जानकारी दी।
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वीवीपैट की पर्चियों के मिलान संबंधी प्रश्न का उत्तर देते हुए श्री रावत ने कहा कि हर निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदान केन्द्र के वीवीपैट की पर्चियों की अनिवार्यत: गिनती कर ईवीएम से मिलान करने का प्रावधान है। इसके अलावा यदि कोई उम्मीदवार शिकायत करता है तो उन मतदान केन्द्रों की वीवीपैट पर्चियों का मिलान करने का आदेश संबंधित रिटर्निंग अधिकारी दे सकता है। आधारकार्ड को वोटरकार्ड से लिंक करने संबंधी सवाल के जवाब में निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद इस काम को आगे बढ़ाया जायेगा। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने प्रश्नोत्तरी के प्रतिभागी भावी मतदाताओं को सम्मानित किया।
प्रदर्शनी देखने भी पहुँचे
      मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री ओ पी रावत ने एलएनआईपीई परिसर में विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों और प्रेस फोटोग्राफर द्वारा मतदाता जागरूकता अभियान पर लगाई गई प्रदर्शनी भी देखी। उन्होंने इस प्रदर्शनी को सराहा और कहा कि इस प्रकार के आयोजन मतदाता जागरूकता में अहम भूमिका निभाते हैं।
“बेहतर चुनाव कैसे” पुस्तिका और जागरूकता गीत की सीडी का किया विमोचन
      “बेहतर चुनाव कैसे” विषय पर प्रकाशित पुस्तिका और मतदाता जागरूकता के लिये रचित गीत की सीडी का विमोचन भी मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ओ पी रावत एवं अन्य अतिथियों ने किया। मतदाता जागरूकता गीत की रचना श्री जे एस रावत ने की है। “बेहतर चुनाव कैसे” पुस्तिका श्री अजय तिवारी के संपादन और श्री मुकेश तिवारी व श्री दिनेश पाठक के संपादकीय सहयोग से लिखी गई है। कार्यक्रम के अंत में श्री दिनेश छारी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। संचालन श्रीमती सुनीता पाठक द्वारा किया गया।

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