Sunday, August 12, 2018

Rajmata Vijayaraje Scindia Krishi Vishwavidyalaya ranked 5th in India





ग्वालियर के कृषि विश्वविद्यालय ने बढ़ाया मध्यप्रदेश का गौरव  
देश भर के विश्वविद्यालयों की वरीयता सूची में प्रथम पाँच में शामिल

ग्वालियर 24 जुलाई 2018/ राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर ने देशभर में मध्यप्रदेश का नाम ऊँचा किया है। कृषि विश्वविद्यालयों की वार्षिक रैकिंग में राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ने देश भर में पांचवा स्थान प्राप्त कर महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा वर्ष 2017 के लिये किए गये मूल्यांकन में विश्वविद्यालय को यह स्थान मिलना प्रदेश के लिये गौरव की बात है।
राज्यों के कृषि विष्वविद्यालय, केन्द्र के कृषि विष्वविद्यालय एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद सम (डीम्ड) विष्वविद्यालयों की कुल सूची में विश्वविद्यालय का स्थान दसवां रहा है। इस सूची में कुल 65 संस्थायें शामिल हैं।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता, अनुसंधान व अधोसंरचना सहित विभिन्न बिन्दुओं पर प्रतिवर्ष किये जाने वाले इस मूल्यांकन में वर्ष 2008 में स्थापित राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विष्वविद्यालय, ग्वालियर ने अपनी स्थापना के एक दशक के भीतर ही यह महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त कर प्रदेश को गौरवान्वित किया है।
कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर की इस उपलब्धि को कुलपति प्रो. एस. के. राव ने इसे संस्थान के अधिकारियों, शिक्षकों, वैज्ञानिकों एवं छात्र छात्राओं की सामूहिक उपलब्धि बताते हुए प्रसन्नता जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि विश्वविद्यालय कृषि क्षेत्र में देश का अग्रणी संस्थान बनने की दिशा में नयी ऊर्जा के साथ काम करेगा। साथ ही खेती की आमदनी को दो गुना करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी कृषि विश्वविद्यालय अहम योगदान देगा।

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